अयोध्या । प्राण प्रतिष्ठा के बाद लाखों रामभक्त अपने आराध्य के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच गए। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इन्हें नियंत्रित करने के लिए खुद यहां आकर मोर्चा संभालना पड़ा। उन्होंने पहले हेलीकाप्टर से रामजन्मभूमि व राम पथ का हवाई सर्वेक्षण किया और फिर राम मंदिर पहुंचे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से श्रद्धालुओं को संबोधित कर धैर्य बनाए रखने की अपील की।
इसके बाद शाम सवा चार बजे के करीब खुद सीएम योगी भी रामनगरी पहुंच गए। पहले उन्होंने अयोध्या धाम का हवाई सर्वेक्षण कर रामजन्मभूमि पथ और राम पथ पर मौजूद भीड़ का आंकलन किया। इसके बाद उनका हेलीकाप्टर साकेत कॉलेज में बनाए गए हेलीपैड पर उतरा।
यहां से वह सीधे राम मंदिर परिसर पहुंचे। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए प्रभावी की गई व्यवस्था को परखा। प्रमुख सचिव गृह और डीजी एलओ से भी इस बारे में रिपोर्ट ली। साथ ही सभी रामभक्तों को बिना किसी अवरोध व व्यवधान के सुव्यवस्थित दर्शन कराने के निर्देश दिए।
सीएम ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से राम मंदिर और अयोध्या धाम में मौजूद रामभक्तों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन के लिए यहां आए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत है। आप सभी धैर्य और संयम बनाए रखें। कोई भी हड़बड़ाए न, धक्का-मुक्की न करें। लाइन में लगकर प्रशासन और पुलिस के अनुरोध को स्वीकार करते हुए अपनी बारी का इंतजार करें। सभी को दर्शन मिलेगा। इसके लिए प्रशासन ने सभी व्यवस्था कर रखी है।
सीएम के संबोधन को एड्रेस सिस्टम के माध्यम से बार-बार प्रसारित किया जाता रहा। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील को भी प्रसारित किया गया। यह अपील उन्होंने महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुई जनसभा में देशवासियों से की थी। इसमें पीएम मोदी ने रामभक्तों से 22 जनवरी को अयोध्या न आने का आग्रह किया था।