प्रयागराज। महाकुंभ भारतीय संस्कृति, परंपराओं और कलात्मक अभिव्यक्तियों का एक अद्भुत संगम है। गंगा पंडाल में संस्कृति विभाग के विशेष कार्यक्रम “संस्कृति का संगम” में गुरुवार को प्रसिद्ध गायक और संगीतकार शंकर महादेवन ने अपने गीतों से गंगा पंडाल को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
गंगा पंडाल में हो रहे ‘संस्कृति का संगम’ कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘चलो कुंभ चलें… गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इससे पहले महाकुंभ में आए 10 देशों के 21 डेलिगेट्स ने संगम में डुबकी लगाई। फिर सभी अखाड़ों में गए। महाकुंभ का धार्मिक महत्व समझा, भारतीय संस्कृति के अद्भुत पहलुओं का अनुभव किया। वहीं, महाकुंभ में इस्कॉन की शोभायात्रा में विदेशी श्रद्धालुओं ने जमकर डांस किया। हरे राम-हरे कृष्ण… भजन पर विदेशी डांस करते दिखे। संगम में आज चौथे दिन अभी तक 25 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। 13 जनवरी से अब तक देश-विदेश से आए करीब 6.30 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ में मशहूर संगीतकार शंकर महादेवन ने महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन का हिस्सा बनने को अपना सौभाग्य बताया है। उद्घाटन समारोह में उन्होंने “चलो कुंभ चले” गीत प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भक्ति भाव से सराबोर कर दिया। इसके बाद उन्होंने गणेश वंदना गाकर पूरे पंडाल को गुंजायमान कर दिया।
गंगा पंडाल में 24 फरवरी तक प्रतिदिन भव्य सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन होगा। इसमें देशभर के प्रतिष्ठित गायक, संगीतकार और नृत्य कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। महाकुंभ के इस अलौकिक आयोजन में कैलाश खेर, कविता सेठ, नितिन मुकेश, सुरेश वाडेकर, हरिहरन, कविता कृष्णमूर्ति समेत कई नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।