लखनऊ। एटीएस ने अलीगढ़ से पांच नवंबर को आतंकी संगठन स्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को गिरफ्तार करने के बाद उनके अन्य सक्रिय साथियों की तलाश शुरू की थी, जिसके बाद इनका सक्रिय साथी वजीहुद्दीन छत्तीसगढ़ से पकड़ा गया था। पुणे माड्यूल से जुड़े इन आतंकियों के अन्य साथियों की तलाश भी की जा रही है। इनमें तीन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र रहे हैं।
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि आइएस के आतंकी भदोही निवासी राकिब इमाम अंसारी, संभल निवासी नावेद सिद्दीकी मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी राकिब इमाम ने एएमयू से बीटेक व एमटेक, नावेद सिद्दीकी ने बीएससी तथा नोमान ने बीए किया है। नोमान के माध्यम से नाजिम एएमयू के आइएस माड्यूल से जुड़ा था। एएमयू के छात्र संगठन स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एसएएमयू) से इनका गहरा नाता रहा है।
एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल के अनुसार, राबिक को शुक्रवार को अलीगढ़ से तथा नावेद, नोमान व नाजिम को शनिवार को संभल से पकड़ा गया। चारों आइएस से जुड़कर आतंकी घटनाएं करने के षड्यंत्र में शामिल थे।
गोपनीय स्थानों पर आतंकी प्रशिक्षण
जिहाद की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। एटीएस इनके कुछ अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है। आरोपी कई युवकों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जिहाद के लिए उकसाने के साथ ही उन्हें गोपनीय स्थानों पर आतंकी प्रशिक्षण दिलाने का काम भी कर रहे थे।
बड़ी आतंकी घटनाओं का षड्यंत्र
उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में बड़ी आतंकी घटनाओं का षड्यंत्र रचा जा रहा था। एटीएस चारों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी भी कर रही है। एटीएस पहले पकड़े गए अब्दुल्ला व तारिक को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। दोनों से कई राज भी उगलवाए गए हैं, जिनके आधार पर आगे की छानबीन हो रही है।