तारुन (अयोध्या)। मनचले के उत्पीड़न का शिकार हुई छात्रा के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बेटी के साथ हुई बर्बरता को सुनकर घर आ रहे पिता की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घर के मुखिया के निधन से परिवार के समक्ष अब भरण-पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है। छात्रा के पिता परिवार का पालन पोषण करने के लिए दिल्ली में काम करते थे।
बुधवार को बेटी के साथ हुई घटना की जानकारी मिलते ही आनन फानन में वह दिल्ली-फैजाबाद एक्सप्रेस से घर आने के लिए स्टेशन पहुंचे। गाजियाबाद स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ते समय पांव फिसल जाने के कारण वह ट्रेन के नीचे आ गए। ट्रेन से कटकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की जेब से मिले मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर पहचान हो सकी। नंबर मृतक के भाई का था। इसके बाद गाजियाबाद जीआरपी ने थाना प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश राय को इसकी जानकारी दी। यह सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के परिवार में पत्नी के अतिरिक्त दो बेटी व एक बेटा है। सभी नाबालिग हैं। बुधवार को कालेज जा रही बड़ी बेटी पर एक मनचले ने पेट्रोल डालकर उसे जलाने का प्रयास किया था। आरोपी को मुठभेड़ में उसी दिन गिरफ्तार कर लिया।
पिता की मौत की सूचना पाकर लखनऊ से गाजियाबाद के लिए रवाना
मेडिकल कालेज में भर्ती छात्रा की देखरेख के लिए मां और छोटी बेटी उसके साथ है। पुत्र सूर्यभान भी लखनऊ में ही रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। पिता की मृत्यु की सूचना पाकर वह गाजियाबाद रवाना हो गया। यहां छात्रा के घर में ताला बंद है। मृतक के नाम मात्र एक बीघा भूमि है।
मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बने मकान में उनका परिवार रहता है। गृहस्वामी की मृत्यु के बाद अब छात्रा की मां पर ही जिम्मेदारी का गई है। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस परिवार के समक्ष बेटी के बेहतर उपचार के साथ भरण-पोषण और बच्चों की पढ़ाई का संकट खड़ा हो गया है।