श्रावस्ती। शनिवार सुबह एक तेज रफ्तार इनोवा अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में एक परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 8 लोग घायल हो गए। मरने वालों में तीन बेटे पिता की मौत के बाद उन्हें मुखाग्नि देने के लिए लुधियाना से घर आ रहे थे। पिता की एक दिन पहले किसी बीमारी से मौत हुई थी। कार में कुल 14 लोग सवार थे। घायल 8 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा इकौना थाना क्षेत्र के सोन नदी के पास तड़के 4 से 5 बजे हुआ है। घटनास्थल से घर की दूरी महज 12 किमी थी। पुलिस का आशंका है कि ड्राइवर को नींद आने के चलते हादसा हुआ है। घायलों की स्थिति गंभीर है। सूचना मिलतेे ही एसपी प्राची सिंह मौक पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि कार सवार लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लुधियाना से श्रावस्ती करमोहना आ रहे थे। पुलिस ने राहगीरों की मदद से लोगों को कार से निकाला। आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने 6 को मृत घोषित कर दिया। पेड़ से टकराने के बाद इनोवा कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि शव डैशबोर्ड में फंस गए थे। ड्राइवर की लाश स्टेयरिंग में दब गई थी। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला। मृतकों में शैलेंद्र कुमार उर्फ हीरा (30), मुकेश कुमार (28), पुत्तीलाल उर्फ अर्जुन (25), अमित गुप्ता उर्फ वीरू (8), रामा देवी (42) और हरीश कुमार (42) शामिल हैं, वहीं, घायलों में सुरेश कुमार (42), ननके (35), नीतू (28), बबलू (34), सुंदरा (30), रोहित (8), लाडो (05), नीलम (25) और सुशील शामिल हैं। शुक्रवार को हुई थी पिता की मौत जानकारी के मुताबिक, ये सभी लोग लुधियाना में काम करते थे। वहीं, रहते थे। पैतृक गांव करमोहना में माता-पिता रहते थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को शैलेंद्र के पिता भगवती की मृत्यु हो गई। इसमें शामिल होने के लिए परिवार के सभी सदस्य गांव आ रहे थे। इसमें 5 भाई, उनकी पत्नियां, तीन बच्चे, और बहन और बहनोई शामिल थे। भगवती प्रसाद की मौत की खबर सुनकर कल शाम पूरा परिवार लुधियाना से चला था। तकरीबन 800 किमी. का सफर तय कर शनिवार की सुबह वो घर पहुंचने वाले थे। लेकिन इससे पहले ही हादसा हो गया। भगवती प्रसाद के तीन बेटे-शैलेंद्र कुमार, मुकेश कुमार और पुत्तीलाल के अलावा हादसे में एक बेटी रमा देवी और शैलेंद्र के बेटे अमित की भी मौत हो गई, वहीं, एक रिश्तेदार की भी जान चली गई। 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उनमें भगवती के दो बेटे शामिल हैं। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। हर जुबां पर बस यही चर्चा है कि ऊपर वाले ने पूरा परिवार तबाह कर दिया। घायल बोला- गाड़ी में आगे बैठने वाले कोई नहीं बचे हादसे में घायल एक युवक ने बताया, हम शुक्रवार शाम को लुधियाना से श्रावस्ती के लिए चले थे। मौत की खबर के कारण सभी लोग बहुत दुखी थे। जल्दी से जल्दी घर पहुंचने की इच्छा थी। किसी तरह सुबह जल्दी पहुंचकर अंतिम संस्कार किया जा सके। इसीलिए इनोवा गाड़ी करके निकले थे। पूरी रात का सफर था, हम लोग काफी स्पीड से आ रहे थे। सुबह गाड़ी में बैठे ज्यादातर लोगों को झपकी आ रही थी। हालांकि, बड़े लोग सभी जग रहे थे। लेकिन अचानक गाड़ी अनियंत्रित हुई और सीधे पेड़ से जा टकराई। हम लोगों को कुछ समझ नहीं आया, बस जोर से धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। सभी घायल चीखने लगे। ऐसा लग रहा था कि जैसे आगे वाली सीट पर बैठा कोई नहीं बचा। आसपास के लोगों ने हमें निकालना शुरू किया। इसी बीच पुलिस आ गई। पुलिस ने हमें अस्पताल भिजवाया।