नोएडा। हेलो… पापा मैं बोल रहा हूं। मेरा एक्सीडेंट हो गया है। मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। उसे निपटाने के लिए मैंने अधिवक्ता हायर किया है। जिसके लिए दो लाख रुपये की आवश्यकता है। बैंक खाता नंबर भेजा है, जल्दी इस खाते में धनराशि ट्रांसफर कर दो, वरना मैं बुरा फंस जाऊंगा।
यह बातें किसी पुत्र ने नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से साइबर ठगों ने हूबहू पीड़ित के पुत्र की आवाज में की और दो लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने कोतवाली सेक्टर-20 में मुकदमा दर्ज कराया है।
सेक्टर-20 के बी ब्लॉक में रहने वाले रणजीत सिंह ने दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के उपनिरीक्षक पद से सेवानिवृत्त हैं। बेटा अमेरिका में रहता है। परिवार के अन्य लोग साथ रहते हैं। बेटे से अक्सर फोन पर बात होती रहती है।
अज्ञात नंबर से आया कॉल
पीड़ित का कहना है कि 5 अप्रैल को उनके पास अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले की आवाज बिल्कुल उनके बेटे से मिल रही थी। वह बहुत घबराया हुआ था। फोन पर कथित पुत्र की डरी हुई आवाज सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह घबराने लगे। एआई की मदद से पुत्र की आवाज में बात कर रहे साइबर ठगों ने फोन काटने के लिए इनकार कर दिया।
बेटे ने बताया- वह अमेरिका में ठीक है
दोस्त ने कहा कि अंकल वह ठीक है और उसके साथ ही है। उन्होंने पुत्र से बात की और सारी जानकारी दी। पुत्र ने कहा कि उसका कहीं एक्सीडेंट नहीं हुआ है और वह अमेरिका में सकुशल है। तब जाकर जानकारी हुई कि उनके साथ ठगी हुई है। डीसीपी विद्या सागर मिश्र का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।