मुरादाबाद। सिविल लाइंस क्षेत्र निवासी पूर्व विधायक की बेटी से दुष्कर्म के आरोपितों नेता पर सिविल लाइंस पुलिस मेहरबान है। मई के पहले सप्ताह में मुख्य आरोपित आसिफ अली उर्फ शिबली चौधरी समेत चार लोगों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी, लेकिन किसी की भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पीड़िता ने सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि हम तीन बहनें ही पिता की संपत्ति की मालिक हैं। मेरी शादी 11 साल पहले कानपुर में हुई थी। पूर्व विधायक मेरे पिता की तबीयत खराब होने पर उनकी देखभाल के लिए मायके आई थी। जिगर कॉलोनी के तिकोनिया पार्क के पास रहने वाले आसिफ अली उर्फ शिबली चौधरी का पिता के पास आना-जाना था। इसी दौरान मेरी भी उससे मुलाकात हुई। चार अप्रैल 2019 आरोपित ने धोखे से कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाने के बाद दुष्कर्म किया। इस दौरान उसकी अश्लील फोटो भी खींच ली थीं। इन्हीं फोटो को प्रसारित करने की धमकी देकर आरोपित पांच साल तक ब्लैकमेल करता रहा। फोटो डिलीट करने के बहाने अब छह करोड़ रुपये वसूल लिए। 2023 में पिता की मौत के बाद बोला पेट्रोल पंप मेरे नाम करा दो फोटो डिलीट कर दूंगा। रास्ते में रोककर उसके बेटे फसाहत ने मेरे ड्राइवर के ऊपर रिवाल्वर तान दी।
मामले में आरोपित आसिफ अली उर्फ बबली चौधरी उसके बेटे फसाहत अली समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस अभी तक किसी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपित लंबे समय तक समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है। वर्तमान में सत्ताधारी दल से जुड़े एक मुस्लिम संगठन में पदाधिकारी बताया जा रहा है। आरोपित का भाई बचाव के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। पीड़ित को अदालत के राहत मिलने की बात बताई जा रही है। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि मुख्य आरोपित को हाईकोर्ट से कुछ राहत मिली है। मामले की जानकारी कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।