पीलीभीत। घर में घुसकर नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में थाना पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो पीड़ित के पिता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। सुनवाई के बाद न्यायालय ने आदेश जारी किया, तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई।
शख्स ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि विगत 15 नवंबर को परिवार के लोग आवश्यक कार्य से बाहर गए हुए थे। घर में उसकी नाबालिग बेटी अकेली थी। इसी दौरान रात करीब नौ बजे गांव का ही भीमसेन नामक युवक उनके घर में घुस गया। आरोपित ने धमकाते हुए बेटी के साथ दुष्कर्म किया। बेटी ने शोर मचाया तो पड़ोस के कमरे में सो रहे उसके दादा-दादी व छोटी बेटी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया। बेटी ने फोन पर उन्हें घटना की जानकारी दी तो वह तुरंत घर लौटा।
आरोपी ने समझौता करने का बनाया दबाव
पीड़ित बेटी को लेकर रात में ही सदर कोतवाली गया और घटना की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की। बाद में पुलिस आरोपित को पकड़ लाई और शांति भंग में उसका चालान कर दिया। जमानत कराकर लौटने के बाद आरोपित की ओर से समझौता करने का दबाव बनाया जाने लगा। तब उसने विगत 18 नवंबर को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की, लेकिन उस पर भी सुनवाई नहीं हुई।
न्यायालय ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के उपरांत मामला गंभीर मानते हुए सदर कोतवाली पुलिस को तत्काल प्राथमिकी लिखकर कार्रवाई करने के आदेश जारी किए। इसके बाद पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध दुष्कर्म की प्राथमिकी लिख ली। प्रभारी निरीक्षक नरेश त्यागी के अनुसार मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।