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उत्तर प्रदेश

सुखजीत सिंह हत्याकांड: कोर्ट ने आरोपी पत्नी को फांसी तो उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई

शाहजहांपुर/लखनऊ। शाहजहांपुर कोर्ट ने शनिवार को एनआरआई सुखजीत हत्याकांड में पत्नी रमनदीप कौर को फांसी की सजा सुनाई, वहीं उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा हुई। आठ साल बाद कोर्ट ने इस हत्याकांड में फैसला सुनाया है। इस केस की सबसे अहम बात यह रही कि पिता को न्याय दिलाने के लिए बड़े बेटे ने मां के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी। बेटे ने उस रात होने वाला पूरा हत्याकांड कोर्ट को बताया। शाहजहांपुर में 2016 में सुखजीत की हत्या हुई थी। सुखजीत की हत्या की प्लानिंग पत्नी ने इंग्लैंड में बनाई। फिर प्रेमी के साथ मिलकर इंडिया में घटना को अंजाम दिया। वारदात में शामिल प्रेमी दुबई में रहता था।

पुलिस पूछताछ में पत्नी ने बताया था कि इंग्लैंड-दुबई के मुकाबले भारत की कानून व्यवस्था कमजोर है। इसलिए हम दोनों ने उसको भारत लाकर मारा था
बंडा के बसंतापुर के मूल निवासी सुखजीत इंग्लैंड के डर्बी शहर में रहते थे। उनका फार्म हाउस बसंतापुर में है। सुखजीत की पंजाब के कपूरथला की तहसील सुल्तानपुर लोधी के गांव जैनपुर के मूल निवासी और दुबई में रहने वाले गुरुप्रीत सिंह उर्फ मिट्ठू सिंह से स्कूल के समय से मित्रता थी। सुखजीत ने जालंधर की मूल निवासी और इंग्लैंड के डर्बी शहर निवासी रमनदीप कौर से सन 2000 में शादी की थी। इसके बाद मिट्ठू और सुखजीत की पत्नी रमनदीप कौर के बीच प्रेम संबंध हो गए। 28 जुलाई 2016 को सुखजीत पत्नी, बच्चों और अपने दोस्त मिट्ठू के साथ भारत आए थे। देश में कई जगह घूमने के बाद वह 15 अगस्त को अपने बसंतापुर स्थित फार्म हाउस पहुंचे। एक सितंबर की रात सुखजीत की गला काटकर हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस ने मिट्ठू और रमनदीप को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया था। पुलिस के अनुसार प्रेम संबंध में रोड़ा बनने पर रमनदीप ने प्रेमी मिट्ठू के साथ मिलकर पति सुखजीत की हत्या की थी।

0 कोर्ट के सामने मासूम ने ये कहा…
मम्मी-पापा उस दिन मिट्ठू अंकल को एयरपोर्ट छोड़ने गए थे। मैं ऊपर कमरे में सो रहा था। कुछ देर बाद मम्मी-पापा ऊपर आए। पापा की शर्ट में खून लगा था। मैंने पापा से पूछा कि क्या हुआ तो उन्होंने बताया कि कार का शीशा लग गया। इसके बाद पापा ने मुझे सोने के लिए कहा। कुछ देर बाद पापा-मम्मी कमरे से बाहर चले गए। वहां दोनों में कुछ बातचीत चल रही थी। इसी बीच मुझे नींद आ जाती है। फिर पापा-मम्मी कब कमरे के अंदर प्रवेश किए मुझे पता नहीं चला। रात में अचानक से मुझे टक की आवाज सुनाई दी। फिर मेरी नींद खुल गई। इसके बाद मैंने चादर हटाकर देखा तो मम्मी पापा के सीने पर बैठी थीं। उनका तकिए से मुंह दबा रखी थीं। पास में मिट्ठू अंकल खड़े थे। उसके हाथ में हथौड़ा था। वे बार-बार हथौड़ा पापा को मार रहे थे। जबकि पापा खुद को छुड़ाने के लिए हाथ-पैर मार रहे थे।

0 मम्मी चाकू से पापा की गर्दन काट दी
इसी दौरान मम्मी मिट्ठू अंकल से कहती हैं इसको आज फिनिश कर दो। मम्मी के इतना कहते ही मिट्ठू अंकल मम्मी को कहीं से चाकू निकाल कर देते हैं। फिर मम्मी उसी चाकू से पापा की गर्दन काट देती हैं। ये देखकर मैं इतना डर गया कि मैं चिल्ला भी नहीं पाया। मुझे लग रहा था कि ये लोग मुझे भी मार देंगे इसलिए अपने चादर के अंदर ही चुपचाप रह गया। बेटे की इस गवाही ने आरोपी मां को फांसी की सजा दिलाई है। बेटे ने मां को सजा होने के बाद कोई अफसोस नहीं जताया। बल्कि उसने यह कहा ये औरत उसकी मां नहीं बस रमनदीप कौर है। जिसने मेरे सामने मेरे पापा को मार दिया। फिलहाल कोटे ने आरोपी पत्नी को फांसी की सजा वहीं उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने रमनदीप पर पांच लाख और मिट्ठू पर तीन लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।