उत्तरप्रदेश। उत्तरप्रदेश के महोबा से एक चाैंका देने वाली खबर सामने आई है। यहां सावन के आखिरी सोमवार की सुबह एक महिला के पैर पर कोबरा सांप लिपट गया। फन फैलाकर लगातार 3 घंटे तक इधर-उधर देखता रहा। हालांकि इस तीन घंटे के दौरान सांप ने महिला को किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाया, वहीं महिला भी घड़ी-घड़ी भगवान शिव को याद करते हुए जान की मिन्नते मांगती रही। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सपेरे को बुलाया लेकिन तब तक सांप कमरे से बाहर जा चुकी थी। इसके बाद महिला ने आपबीती बताई जिसके हर जगह चर्चे हो रहे हैं।
दरअसल यह पूरा मामला सदर तहसील क्षेत्र में आने वाले डहर्रा गांव का है। देवीगंज गांव की रहने वाली मिथिलेश यादव रक्षाबंधन के त्यौहार पर अपने मायके ग्राम डहर्रा आई हुई हैं। महिला कई साल से सावन महीने के सभी सोमवार का व्रत भी रखती है। भगवान शिवजी की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करती है। कई बार महिला 16 सोमवारी का उपवास भी करती है।
मिथिलेश का कहना है कि रविवार की रात सोमवार व्रत का प्रण लेकर सो गई थी। सुबह करीब 5 बजे जब उसकी नींद खुली तो उसकी सांसे थम सी गई। उसने देखा कि उसके पैर पर काला जहरीला कोबरा सांप फन फैलाकर लिपटा हुआ है। पैर पर सांप लिपटा हुआ देख वह भयभीत हो गई। महिला का हिलना-डुलना मुश्किल हो गया, वह एक स्टेच्यू की तरह हो गई। सांप भी अपनी जगह से टस से मस नहीं हो रहा था और महिला के पैर से करीब 3 घंटे तक लिपटा रहा। इस दौरान महिला को हर पल अपनी मौत नजर आ रही थी। महिला भगवान शिव को याद करते हुए उसकी लगातार आराधना करती रही।
महिला ने बताया कि सूचना पर पहुंची पुलिस ने सांप को भगाने का काफी प्रयास किया लेकिन सांप टस से मस नहीं हुआ। वह पैर पर ही लिपटा रहा। इसके बाद पुलिस ने सपेरे को बुलाया। जब तक सपेरा पहुंचा, सांप कमरे से बाहर जा चुका था, तब सपेरे ने उसको पकड़ लिया। भाई रविंद्र का कहना है कि बहन मिथिलेश की जान भगवान ने बचाई है। उन्होंने कहा कि उसने और बहन ने हाथ में ऊॅं गोदवा रखा है, जिसके कारण सांप से उनकी रक्षा हो पाई है।