मेरठ। अपराध पर अंकुश लगाने में विफल पुलिस अब निर्दाेष लोगों को फंसाने में जुट गई है। पीड़ित पक्ष ने बताया कि पुलिस ने शिक्षक को फंसाने के लिए घर पर उसकी बाइक में तमंचा रख दिया और उसे गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया। शिक्षक का परिवार रातभर आइजी आफिस के गेट पर इंसाफ के लिए गिड़गिड़ाता रहा।
मामला सीसीटीवी में कैद हो गया है। मंगलवार रात सिपाही दिनेश और संतोष कुमार ने एकलव्य एकेडमी के शिक्षक अंकित को घर से गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि अंकित की बाइक में तमंचा था। पुलिस ने अंकित को हवालात में बंद कर दिया। अंकित के परिवार की महिलाएं व पुरुष रात साढ़े 11 बजे आइजी आफिस के सामने लेट गईं। खरखौदा पुलिस और सीओ मौके पर पहुंचे।
स्वजन का आरोप था कि अंकित की बाइक में सिपाही ने पहले तमंचा रखा फिर गिरफ्तार कर लिया। उनके पास तमंचा रखने की सीसीटीवी फुटेज है। थाने पहुंचकर परिवार से कैमरे की डीवीआर मांगी गई, लेकिन उन्होंने देने से इन्कार कर दिया। उसके बाद फिर परिवार के लोग थाने से चार बजे आइजी आफिस पहुंचकर बच्चों और महिलाओं के साथ धरने पर बैठ गए।
आइजी के आदेश पर छोड़ा गया
आइजी ने फुटेज देखकर एसएसपी को पूरे प्रकरण में जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। आइजी नचिकेता झा का कहना है कि मामला गंभीर है। यह परिवार मुझसे बुधवार सुबह दस बजे मिला था। फुटेज देखी है, जो पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। एसपी देहात को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। जांच पूरी होने तक परिवार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। अंकित को छोड़ दिया गया है।