कानपुर। नौबस्ता क्षेत्र से पड़ोसी ने भतीजी बनाकर किशोरी को अगवा किया और उसे जयपुर ले जाकर एक लाख रुपये में बेच डाला। खरीदने वाली महिला ने भी शादी के लिए उसका सौदा ढाई लाख रुपये में कर दिया। आरोपितों के चंगुल से बचकर निकली किशोरी ने स्वजन को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी करके उसे खरीदने वाली महिला और उसके एक साथी को धर दबोचा, जबकि अगवा करने वाले मुंहबोले चाचा और शादी के लिए सौदा करने वाले शख्स की तलाश जारी है।
पीड़िता ने लखनऊ में रहने वाले अपने जीजा को फोन करके बताया कि सौरभ ने उसे अगवा किया है। उसे लेकर जयपुर के अंखुरिया में सामाजिक फाउंडेशन चलाने वाली महिला को एक लाख रुपये में बेच दिया है। उस महिला ने भी एक अधेड़ से ढाई लाख रुपये में सौदा कर लिया है जो उसे खरीदकर शादी करना चाहता है। इसके बाद मजदूर ने पुलिस को पूरी जानकारी दी।
आवास विकास हंसपुरम में रहने वाले मजदूर ने तीन अप्रैल को थाने में अपनी 16 साल की बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया कि पड़ोस के सौरभ मिश्रा जिसे उनकी बेटी चाचा कहती थी, ने 30 मार्च की शाम को उसका अपहरण कर लिया है। किशोरी के पिता के मुताबिक बेटी घर से कुछ सामान लेने पड़ोस की दुकान गई थी फिर नहीं लौटी। जानकारी मिलते ही नौबस्ता पुलिस सक्रिय हो गई। तत्काल एक टीम जयपुर रवाना हुई, जहां किशोरी अंखुरिया इलाके में मिल गई।
किशोरी की निशानदेही पर पुलिस ने प्रेमनगर पुलिया के पास से उसे खरीदने वाली फाउंडेशन संचालक 52 वर्षीय गायत्री और उसके साथी गागर-बाड़ा निवासी हनुमान को गिरफ्तार किया है। पुलिस किशोरी को आरोपितों के साथ लेकर शहर आ गई। थाना प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि किशोरी के अपहरण का मुख्य आरोपित सौरभ और उसका परिवार फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। मामले से जुड़े आरोपितों पर मानव तस्करी, दुष्कर्म और षडयंत्र की धाराएं बढ़ाई जाएंगी। गुरुवार को किशोरी का मेडिकल कराया जाएगा।