प्रयागराज । बृहस्पतिवार को दो धड़ों में बंटे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों के बीच मारपीट हो गई। दारागंज में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इसी तरह दारागंज में ही श्री पंचायती अखाड़ा निर्मोही में महंत राजेंद्र दास की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान दोनों धड़ों के संतों में कहासुनी हुई। इसके बाद मारपीट पर उतारू हो गए। इससे काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।
दरअसल गुरूवार को अखाड़ा परिषद के दोनों धड़ों के संत भूमि आवंटन की मांग को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे थे। बताया जाता है कि इस दौरान निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास से कुछ संतों से कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। मौके पर जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
काफी दिनों से चल रही है रस्साकसी- अखाड़ा परिषद अध्यक्ष पद को लेकर संतों के दो धड़ों में काफी दिनों से विवाद चल रहा है। अखाड़ों और साधुओं को अपने पक्ष में करने के लिए रस्साकसी चल रही है। दूसरा धड़ा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र गिरि को अध्यक्ष मानने के लिए तैयार नहीं है। दूसरे धड़े ने बुधवार को शाही स्नान और पेशवाई आदि मुगलकालीन शब्दों को बदलकर कुंभ छावनी प्रवेश और कुंभ अमृत स्नान नामकरण कर दिया है।