कासगंज। यूपी के कासगंज स्थित खुशी होटल में बुधवार दोपहर क्षेत्राधिकारी सदर ने छापा मारकर पांच युवतियों और होटल के मैनेजर समेत पांच युवकों को हिरासत में लिया। आरोप था कि युवक और युवतियों कमरे में रंगरेलियां मना रहे थे। पुलिस को कमरे से आपत्तिजनक सामान भी मिला है। पुलिस का कहना है कि युवतियां बालिग थीं। मर्जी से आईं थीं। उनको छोड़ दिया गया है। युवकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
देह व्यापार की मिली थी सूचना
कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि नदरई गेट स्थित खुशी होटल में देह व्यापार हो रहा है। यहां युवतियां और युवक होटल में रुके हुए हैं। इस पर बुधवार दोपहर क्षेत्राधिकारी सदर आंचल चौहान, कोतवाली प्रभारी लोकेश भाटी मय फोर्स के मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जाते ही कमरों की तलाशी लेना शुरू कर दिया। होटल के दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 103, 106, 107 और 108 में कमरे अंदर से बंद थे। इनको खुलवाया गया तो अंदर चार युवक और पांच युवती आपत्तिजनक हालत में मिले। कमरों में बदबू आ रही थी। अंदर बीयर की केन बोतलों के अलावा आपत्तिजनक सामान भी मिला।
पुलिस ने कमरों से पकड़ीं युवतियों से की पूछताछ
पुलिस ने चारों युवक, पांच युवतियों और काउंटर पर बैठे कर्मचारी अभिषेक को हिरासत में ले लिया। सूचना पर क्षेत्राधिकारी सहावर शाहीदा नसरीन भी मौके पर पहुंच गईं। मैनेजर अभिषेक ने बताया कि होटल के पथरेकी निवासी जनित वर्मा का है। जो एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं। अभिषेक ने बताया चारों युवक सुबह ही युवतियों को साथ लेकर आए थे। उनके आने के कुछ देर बाद ही पुलिस ने छापामार दिया।
अपनी मर्जी से पहुंची थीं युवतियां
क्षेत्राधिकारी सदर आंचल चौहान के अनुसार युवतियां ने बताया कि वे अपनी मर्जी से आईं थीं। इसलिए उन सभी का उनके स्वजन को बुलाकर उनके सिपुर्द कर दिया गया है। आरोपित चार युवकों के साथ मैनेजर के खिलाफ भी कार्रवाई की है। पुलिस के अनुसार आरोपितों के नाम अमन गुप्ता निवास बदायूं, अनोज निवासी दतलाना सोरों, अनुज निवासी नगला गंगाराम मिरहची एटा, रविंद्र निवासी गरी कासगंज, होटल का मैनेजर अभिषेक निवासी नदरई गेट हैं।
एक बार फिर रसूख आया काम
होटल के मालिक एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं। उनका अपना एक रसूख है। विधायकों से भी परिचय है। चर्चा है कि इसी वजह से पुलिस ने पूरी कार्रवाई ही हल्की कर दी। जबकि होटल में आपत्तिजनक सामान मिला। इनके फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। इसके बावजूद कार्रवाई अपराध के अनुसार नहीं की गई। युवतियों को भी थाने से ही छोड़ दिया गया।